JAYA KISHORI JI NEW BEST 3 BAJAN
- कौन कहता हे भगवान आते नहीं BY JAYA KISHORI
Achyutam Keshavam Krishna Damodaram Lyrics in Hindi
अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,राम नारायणं जानकी बल्लभम ।
कौन कहता हे भगवान आते नहीं,
तुम भक्त मीरा के जैसे बुलाते नहीं।
तुम भक्त मीरा के जैसे बुलाते नहीं।
कौन कहता है भगवान खाते नहीं,
बेर शबरी के जैसे खिलाते नहीं।
बेर शबरी के जैसे खिलाते नहीं।
कौन कहता है भगवान सोते नहीं,
माँ यशोदा के जैसे सुलाते नहीं।
माँ यशोदा के जैसे सुलाते नहीं।
कौन कहता है भगवान नाचते नहीं,
गोपियों की तरह तुम नचाते नहीं।
गोपियों की तरह तुम नचाते नहीं।
नाम जपते चलो काम करते चलो,
हर समय कृष्ण का ध्यान करते चलो।
हर समय कृष्ण का ध्यान करते चलो।
याद आएगी उनको कभी ना कभी,
कृष्ण दर्शन तो देंगे कभी ना कभी।
2 . मीठे रस से भरी रे, राधा रानी लागे BY JAYA KISHORI
2 . मीठे रस से भरी रे, राधा रानी लागे BY JAYA KISHORI
Meethe Ras Se Bhari Radha Rani Lage Lyrics in Hindi
मीठे रस से भरी रे, राधा रानी लागे,
मने कारो कारो जमुनाजी रो पानी लागे |
मने कारो कारो जमुनाजी रो पानी लागे |
यमुना मैया कारी कारी राधा गोरी गोरी |
वृन्दावन में धूम मचावे बरसाना री छोरी |
व्रज्धाम राधाजू की रजधानी लागे ||
वृन्दावन में धूम मचावे बरसाना री छोरी |
व्रज्धाम राधाजू की रजधानी लागे ||
कान्हा नित मुरली मे टेरे सुमरे बरम बार |
कोटिन रूप धरे मनमोहन, तऊ ना पावे पार |
रूप रंग की छबीली पटरानी लागे ||
कोटिन रूप धरे मनमोहन, तऊ ना पावे पार |
रूप रंग की छबीली पटरानी लागे ||
ना भावे मने माखन-मिसरी, अब ना कोई मिठाई |
मारी जीबड़या ने भावे अब तो राधा नाम मलाई |
वृषभानु की लाली तो गुड़धानी लागे ||
मारी जीबड़या ने भावे अब तो राधा नाम मलाई |
वृषभानु की लाली तो गुड़धानी लागे ||
राधा राधा नाम रटत है जो नर आठों याम |
तिनकी बाधा दूर करत है राधा राधा नाम |
राधा नाम मे सफल जिंदगानी लागे ||
3 . इक दिन वो भोले भंडारी बन करके ब्रज की नारी ब्रज में आ गए BY JAYA KISHORI
Kailash Ke Nivasi Namo Bar Bar Hoon Bhajan Lyrics in Hindi
इक दिन वो भोले भंडारी बन करके ब्रज की नारी ब्रज में आ गए
पार्वती भी मना के हारी ना माने त्रिपुरारी ब्रज में आ गए
पार्वती भी मना के हारी ना माने त्रिपुरारी ब्रज में आ गए
पार्वती से बोले मैं भी चलूँगा तेरे संग मैं
राधा संग श्याम नाचे मैं भी नाचूँगा तेरे संग में
रास रचेगा ब्रज मैं भारी हमे दिखादो प्यारी
राधा संग श्याम नाचे मैं भी नाचूँगा तेरे संग में
रास रचेगा ब्रज मैं भारी हमे दिखादो प्यारी
ओ मेरे भोले स्वामी, कैसे ले जाऊं अपने संग में
श्याम के सिवा वहां पुरुष ना जाए उस रास में
हंसी करेगी ब्रज की नारी मानो बात हमारी
श्याम के सिवा वहां पुरुष ना जाए उस रास में
हंसी करेगी ब्रज की नारी मानो बात हमारी
ऐसा बना दो मोहे कोई ना जाने एस राज को
मैं हूँ सहेली तेरी ऐसा बताना ब्रज राज को
बना के जुड़ा पहन के साड़ी चाल चले मतवाली
मैं हूँ सहेली तेरी ऐसा बताना ब्रज राज को
बना के जुड़ा पहन के साड़ी चाल चले मतवाली
हंस के सत्ती ने कहा बलिहारी जाऊं इस रूप में
इक दिन तुम्हारे लिए आये मुरारी इस रूप मैं
मोहिनी रूप बनाया मुरारी अब है तुम्हारी बारी
इक दिन तुम्हारे लिए आये मुरारी इस रूप मैं
मोहिनी रूप बनाया मुरारी अब है तुम्हारी बारी
देखा मोहन ने समझ गये वो सारी बात रे
ऐसी बजाई बंसी सुध बुध भूले भोलेनाथ रे
सिर से खिसक गयी जब साड़ी मुस्काये गिरधारी
ऐसी बजाई बंसी सुध बुध भूले भोलेनाथ रे
सिर से खिसक गयी जब साड़ी मुस्काये गिरधारी
दीनदयाल तेरा तब से गोपेश्वर हुआ नाम रे
ओ भोले बाबा तेरा वृन्दावन बना धाम रे
भक्त कहे ओ त्रिपुरारी राखो लाज हमारी